रायपुर/14 सितंबर 2022। राष्ट्रीय महिला आयोग के अध्यक्ष की प्रेसवार्ता पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष दलीय राजनीति के कारण गलत बयानी कर रही। संवैधानिक पद पर बैठे हुये वयक्ति को पद की मर्यादा का ख्याल रखना चाहिये। राष्ट्रीय महिला आयोग के अध्यक्ष को शराब के मामले में बयान देने से पहले आंकड़ों का अध्ययन कर लेना चाहिए। पूर्व के रमन सरकार के दौरान प्रति व्यक्ति शराब की खपत के मामले में छत्तीसगढ़ देश में नंबर वन था, आज 14 वें नंबर पर है। छत्तीसगढ़ में नही बल्कि गुजरात के मुद्रा पोर्ट पर हजारों करोड की ड्रग्स पकड़ी जा रही है, तब राष्ट्रीय महिला आयोग मौन क्यो है? मध्यप्रदेश में भाजपा की सरकार महिलाओं के लिये अलग से शराब की दुकान खोल रही है राष्ट्रीय महिला आयोग मौन क्यो है? गुजरात में जेल में बंद 11 बलात्कारियों को रिहा किया गया और भाजपा से जुड़े लोग सजायाफता बलात्कारियों की रिहाई की खुंशी में फूल माला से स्वागत कर मिठाई खिला रहे थे। उत्तर प्रदेश में रेप पीड़िता के शव को आधी रात को पेट्रोल डालकर जलाया गया तब राष्ट्रीय महिला आयोग क्यो मौन रही? उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और भाजपा शासित राज्यों में महिलाओं के ऊपर अत्याचार बढ़े हैं। भाजपा आंध्र प्रदेश में सरकार बनने पर 50रु लीटर में शराब उपलब्ध कराने का वादा कर रही है राष्ट्रीय महिला आयोग ने मौन क्यो है? पॉक्सो एक्ट के मामले में उत्तरप्रदेश देश मे नम्बर वन तो मध्यप्रदेश दूसरे नम्बर पर है। राष्ट्रीय महिला आयोग के अध्यक्ष को इन विषयों को संज्ञान में लेकर तत्काल कार्यवाछत्तीसगढ़ की महिलाओं को शराबी कहने के लिये राष्ट्रीय महिला आयोग के अध्यक्ष को खेद प्रकट करना चाहिये। पूर्व के रमन सरकार के दौरान छत्तीसगढ़ में महिलाये असुरक्षित रही 50 हजार से अधिक महिलाये उस दौरान लापता हुयी। मुख्यमंत्री भूपेश बघले की सरकार बनने के बाद महिलाये सुरक्षित हुयी है। महिलाओं के साथ होने वाले हिंसा में कमी आयी है। महिलाये बेखौफ होकर पूरे सम्मान के साथ जीवन यापन कर रही है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार शराबबंदी के लिए राजनीतिक, प्रशासनिक और सामाजिक कमेटी का गठन किया है राजनीतिक कमेटी में भाजपा के विधायकों को भी शामिल होने आमंत्रित किया गया लेकिन भाजपा के विधायक शराबबंदी के लिए गठित कमेटी में शामिल नहीं हुए हैं सामाजिक कमेटी ने बैठक कर राज्य सरकार को शराबबंदी के दिशा में आगे बढ़ने के लिए जन जागरण अभियान चलाकर शराबबंदी के आगे बढ़ने का सुझाव दिया है साथ ही अचानक शराबबंदी होने से होने वाले जनहानि के लिए भी सचेत किया है छत्तीसगढ़ में 100 से अधिक शराब दुकानों को बंद किया गया है सरकार के द्वारा चलाए जा रहे जागरूकता अभियान का ही परिणाम है कि शराब की बिक्री में गिरावट आई है।