प्रधानमंत्री पद की गरिमा पर भाजपाई अपने गिरेबान में झांके- कांग्रेस
रायपुर/08 जनवरी 2022। भारतीय जनता पार्टी द्वारा राज्यपाल को दिये गये ज्ञापन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपाइयों को प्रधानमंत्री के सुरक्षा की चूक पर इतनी ही चिंता है तो उन्हें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की बर्खास्तगी की मांग करनी चाहिये। प्रधानमंत्री की सुरक्षा का दायित्व जिन केंद्रीय एजेंसियों के पास है वह सारी केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन है। यदि प्रधानमंत्री की सुरक्षा में कोताही हुई है तो उसके लिये जवाबदेह यही केंद्रीय एजेंसियां ही है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि निश्चित तौर पर प्रधानमंत्री पूरे देश के होते है लेकिन पद की गरिमा को बनाये रखने का सबसे ज्यादा दायित्व पद पर बैठे हुये व्यक्ति का होता है। प्रधानमंत्री ने जिस प्रकार से बठिंडा हवाई अड्डे पर अधिकारियों से यह कहा कि अपने मुख्यमंत्री को कहना मैं हवाई अड्डे पर जिंदा वापस आ गया, वह प्रधानमंत्री पद की गरिमा के अनुकूल नहीं था। प्रधानमंत्री का काफिला रूकना बेहद गंभीर विषय है लेकिन जिस प्रकार से इस मामले को लेकर भाजपा और स्वयं प्रधानमंत्री द्वारा राज्य सरकार और पंजाब के मुख्यमंत्री को टारगेट किया गया उससे तो दलीय संकीर्णता साफ झलक रही थी। प्रधानमंत्री यदि अपनी रैली की असफलता को छुपाने के लिये सुरक्षा विफलता को ढाल बनायेंगे तो इसे नौटंकी ही कहा जायेगा।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपाई प्रधानमंत्री पद की गरिमा की आज दुहाई दे रहे है। मनमोहन सिंह भी इसी देश के प्रधानमंत्री थे उनके बारे में जिस प्रकार की शब्दावली का प्रयोग नरेंद्र मोदी ने किया मौनी बाबा और रेनकोट पहनकर स्नान करने जैसे शब्द क्या प्रधानमंत्री की गरिमा के खिलाफ नहीं था? मोदी जैसी भाषा का प्रयोग देश के प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू के लिये करते रहते है क्या वह प्रधानमंत्री पद के गरिमा के अनुरूप होती है? भाजपाइयों को दूसरों को सीख देने के पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिये।