गोबर के लिए मोदी ने देश को धन क्यों नहीं दिया – कांग्रेस
रायपुर/22 फरवरी 2022। भाजपा द्वारा मोदी सरकार देश में पहले से गोधन न्याय योजना चलाई जा रही है के दावे पर प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि मोदी सरकार ने ऐसी कोई योजना शुरू किया था तो बताएं देश के किन राज्यों में इसको लागू किया गया है तथा केंद्र सरकार के द्वारा इस योजना का कितना वित्तीय प्रावधान किया गया था तथा किन राज्यों को कितना पैसा दिया तथा योजना का स्वरूप कैसा था? भाजपाई भूपेश सरकार की हो रही प्रशंसा से चिढ़कर गोधन न्याय योजना के पहले से शुरू होने का झूठा दावा कर रही। जब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने न्याय योजना का खाका खींचा तथा बिना देर किये किसान न्याय योजना, गोधन न्याय योजना और खेतिहर मजदूर न्याय योजना लागू की तब मोदी और छत्तीसगढ़ भाजपा के नेता कहां सो रहे थे? कांग्रेस ने किसानों के हित में जो कहा था, वह कांग्रेस की सरकार ने किया। जो नहीं कहा गया था, वह भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जनहित में संवेदनशीलता दिखाते हुए तत्परता से किया है। कांग्रेस ने केंद्र की मोदी भाजपा सरकार की किसी योजना की तरफ सपने में भी नहीं देखा क्योंकि मोदी भाजपा सरकार की सारी नीतियां किसान विरोधी, गरीब विरोधी तथा देश विरोधी हैं। जबकि कांग्रेस का हाथ हमेशा गरीबों, किसानों, मजदूरों के साथ रहा है और रहेगा। कांग्रेस देश के लिए लड़ने वाली राष्ट्रभक्त पार्टी है। भाजपा का इतिहास सबको पता है। बताने की कोई जरूरत नहीं है। अंग्रेजों के लिए मुखबिरी करने वाले आज भी चंद उद्योगपतियों के गुलाम बनकर देश की जनता के हितों पर आघात पहुंचा रहे हैं। गांव, किसान और गरीब से मोदी सरकार का कोई लेना-देना नहीं है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि जब मोदी ने देख लिया कि उत्तर प्रदेश में छत्तीसगढ़ मॉडल किसानों, गरीबों के साथ ही ग्रामीण एवं शहरी आबादी को भा रहा है तो उनकी जुबां पर भी छत्तीसगढ़ मॉडल आ ही गया। छत्तीसगढ़ मॉडल छत्तीसगढ़ की जनता का कल्याण कर रहा है। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने घोषणा पत्र में इसे शामिल किया है, जिसके महत्व को मोदी भी स्वीकार कर रहे हैं तब उन्हें छत्तीसगढ़ मॉडल को पूरे देश में लागू करने में संकोच नहीं करना चाहिए। संघीय ढांचे में किसी राज्य की उत्तम योजनाओं का लाभ सारे देश की जनता को मिले तो इसमें कोई राजनीति नहीं होना चाहिए। भाजपा के नेता अपनी संकुचित मानसिकता से बाहर निकलकर ग्रामीण क्षेत्रों, किसानों, गरीबों, मजदूरों, महिलाओं तथा सर्वहारा वर्ग के हित में छत्तीसगढ़ मॉडल को देश में लागू करने मोदी सरकार से मांग करें तो उनके छत्तीसगढ़ में पंद्रह साल और देश में सात साल किये गए पाप कुछ हद तक धुल जाएंगे।