जशपुरनगर 10 मार्च 2022 : प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग मंत्री टी.एस.सिंहदेव की अध्यक्षता में विगत दिवस अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर राज्य स्तरीय वर्चुअल कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम के तहत जिले की 5 महिला मेट को उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मानित किया। इस राज्य स्तरीय वर्चुअल कार्यक्रम में जशपुर ज़िले के एनआईसी कक्ष में आयोजित सम्मान समारोह में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती रायमुनी भगत एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के.एस. मण्डावी, एपीओ नरेगा अश्विनी व्यास, पंचायत के सरपंच सचिव सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। राज्य शासन के निर्देशानुसार जिले में आजादी के अमृत महोत्सव एवं अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर 07 मार्च से 13 मार्च 2022 तक महात्मा गांधी नरेगा से संबंधित कार्यक्रमों के आयोजन किया जा रहा है।
इस अवसर पर पंचायत मंत्री सिंहदेव ने उपस्थित सभी महिलाओं को महिला दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि महिला सशक्तिकरण के लिए जरूरी है कि महिलाओं की हर क्षेत्र में भागीदारी बढ़ाई जाए। उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त करना, समाज में समानता, रोजगार, शिक्षा के बेहतर अवसर सृजित करना यह सब सम्मिलित है। प्रदेश में इस दिशा में सतत काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पंचायती राज संस्थाओं में महिलाओं की सशक्त भागीदारी बनती जा रही है। इस दौरान उन्होंने पंचायती राज संस्थाओं की जनप्रतिनिधि, महिला मेट इत्यादि से ज़िलेवार संवाद कर उनके योगदान को सराहा। सम्मान समारोह में ज़िले की पांच महिला मेट को सम्मानित किया गया जिसके अंतर्गत दुलदुला जनपद के ग्राम पंचायत बंगुरकेला की पार्वती सिंह, कांसाबेल के देवरी पंचायत की पद्मा देवी, मनोरा के डड़गांव ंपचायत की करीना खातून, पत्थलगांव के इंजको पंचायत की मेम बाई एवं जशपुर जनपद के पुरनानगर पंचायत की सरोजनी भगत शामिल है। जिन्हें अध्यक्ष जिला पंचायत श्रीमती भगत एवं सीईओ मंडावी द्वारा राज्य शासन की ओर से प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।
जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती भगत ने सभी को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की बधाई देते हुए कहा कि आज महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी जिम्मेदारी पूरी निष्ठा के साथ निभा रही है। उन्होंने सभी महिलाओं को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। सीईओ जिला पंचायत मंडावी ने बताया कि इन सभी महिला मेट द्वारा मनरेगा में महिला श्रमिकों की भागीदारी बढ़ाने, महिला समूह से जुडकऱ उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त करने, कोरोना काल में भी मनरेगा कार्यों की निगरानी करने जैसे उल्लेखनीय कार्यो में अपना अहम भूमिका निभा रही हैं।