नंदकुमार साय, ननकीराम कंवर जैसे कई नेता भाजपा संगठन पर आदिवासियों की उपेक्षा का आरोप लगा चुके है
रायपुर/ 24 अप्रैल 2023/ भाजपा प्रदेश प्रभारी ओम माथुर के बस्तर दौरा पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा प्रदेश प्रभारी ओम माथुर को बस्तर दौरा करने से पहले भाजपा संगठन के भीतर जो आदिवासी नेताओं की उपेक्षा हो रही है उन्हें सम्मान दिलाने प्रयास करना चाहिये। वरिष्ठ आदिवासी नेता नंदकुमार साय ननकीराम कंवर सहित कई आदिवासी नेताओ ने भाजपा संगठन के भीतर आदिवासियों की उपेक्षा होने का आरोप लगा चुके हैं। पूरा आदिवासी समाज ने देखा है किस प्रकार भाजपा ने विश्व आदिवासी दिवस के दिन ही आदिवासी वर्ग के नेता विष्णुदेव साय को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाकर आदिवासी समाज का अपमान किया था। क्या मुंह लेकर ओम माथुर बस्तर दौरा करने जा रहे है जब भाजपा के भीतर ही आदिवासियों का सम्मान नही हो रहा है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि रमन शासनकाल के दौरान आदिवासी वर्ग उपेक्षित रहा है इसीलिए बस्तर की जनता ने भाजपा पर भरोसा नहीं किया और हमेशा कांग्रेस के पक्ष में ही मतदान बस्तर की जनता ने किया है। भाजपा ने प्रत्येक आदिवासी परिवार को 10 लीटर दूध देने वाली जर्सी गाय और उनके परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने का वादा किया था जिसे पूरा नहीं किया। आज चुनाव नजदीक आते हैं भाजपा नेताओं को आदिवासी वर्ग की चिंता हो रही है यह राजनीति चिंता है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि रमन शासनकाल के दौरान आदिवासी समाज के साथ हमेशा अन्याय हुआ है उनके जल, जंगल, जमीन पर कब्जा करने के लिए भाजपा की सरकार ने भू संशोधन विधेयक लाया था जिसका कांग्रेस ने विरोध किया था। रमन सरकार ने लोहंडीगुड़ा में 1700 आदिवासी किसानों की जमीन छीना था जिसे भूपेश सरकार लौटाया है। रमन सरकार 15 साल में पेसा के नियम नहीं बनाये, बस्तर विकास प्राधिकरण में आदिवासी वर्ग के जनप्रतिनिधियों को नेतृत्व का अधिकार नहीं दिये, आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में शिक्षा स्वास्थ्य रोजगार के लिए काम नहीं किया गया आदिवासी वर्ग को डराया गया धमकाया गया निर्दोष आदिवासियों को जेल में बंद किया गया ऐसे 900 से अधिक आदिवासियों को जेल से रिहा कराने का काम भूपेश की सरकार ने किया है भाजपा हमेशा से आरक्षित वर्ग विरोधी रही है। ओम माथुर पहले भाजपा के भीतर आदिवासियों की मान सम्मान बढ़ाएं उसके बाद बस्तर दौरा जाए आदिवासियों के साथ रमन सरकार के दौरान हुई अत्याचार अमानवीय पीड़ा धोखा के लिए माफी मांगे।