सी-मार्ट के खुलने और बंद होने का समय ग्राहकों कीसुविधानुरूप हो- मुख्यमंत्री
महिला समूहों द्वारा निर्मित उत्पादों की सी-मार्ट में खरीदी-बिक्री की मुख्यमंत्री ने की समीक्षा
रायपुर, 4 अगस्त 2022/ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज यहां अपने निवास कार्यालय में महिला समूहों द्वारा निर्मित उत्पादों की सी-मार्ट में खरीदी- बिक्री की समीक्षा बैठक ली। बैठक में मुख्यमंत्री ने बिक्री बढ़ाने पर जोर देते हुये कहा कि सी-मार्ट का उद्देश्य स्थानीय उत्पादों एवं महिला स्व सहायता समूहों, कुम्भकारों, अन्य पारंपरिक कुटीर उद्योगों को बढ़ावा देना है। इसके साथ ही सी-मार्ट के माध्यम से स्थानीय निवासियों को रोगजार के बेहतर अवसर और नागरिकों को एक ही स्थान पर गुणवत्तायुक्त वस्तुएं उचित कीमत पर उपलब्ध करायी जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि सी-मार्ट में उत्पादों की अधिक बिक्री स्थानीय बाजार और रोगजार को बढ़ावा देगी। सी-मार्ट के उत्पादों को लोकप्रिय बनाने के लिये अच्छी मार्केटिंग की जाये। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि उत्पादों की बिक्री के लिये स्वच्छता दीदियों, मितानिनों की सहायता ली जा सकती है इससे उन्हें भी अतिरिक्त आय होगी। इसके साथ ही उत्पादों का सोशल मीडिया में प्रचार-प्रसार भी करें।
श्री बघेल ने कहा कि सी-मार्ट के खुलने और बंद होने का समय ग्राहकों की सुविधा के अनुरूप होना चाहिये। उन्होंने निर्देश दिये कि ऐसी व्यवस्था बनायें जिससे अधिक से अधिक ग्राहक अपनी सुविधानुसार सी-मार्ट आ सकें। उन्होंने कहा कि इस बात को सुनिश्चित करें कि उत्पादकों का भुगतान तत्काल हो।
समीक्षा बैठक में अधिकारियों ने बताया कि राज्य के 29 सी-मार्ट में पिछले 9 माह में कुल 70 लाख से अधिक की बिक्री की गयी है। इन सी-मार्ट में सबसे अधिक बिक्री के उत्पादों में मास्क, साबुन, दोना पत्तल, ग्लिसरीन, सरसों तेल, महुआ सैनिटाईजर इत्यादि शामिल है।
बैठक में वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर, मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री राजेश तिवारी एवं प्रदीप शर्मा, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू, वन विभाग के प्रमुख सचिव श्री मनोज पिंगुआ, मुख्यमंत्री के सचिव श्री डी.डी. सिंह, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के सचिव श्री प्रसन्ना आर, राजस्व एवं आपदा विभाग के सचिव श्री एनएन एक्का, पीसीसीएफ श्री राकेश चतुर्वेदी, राज्य लघु वनोपज संघ के प्रबंध संचालक श्री संजय शुक्ला, श्री अरूण प्रसाद उपस्थित रहे।