– मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने अग्रसेन जयंती के अवसर पर भिलाई में आयोजित अग्रवाल समाज के कार्यक्रम में कहा
दुर्ग 26 सितंबर 2022/ शासन का काम भयमुक्त वातावरण बनाना है। आपके साथ हम खड़े हैं। भिलाई के कुछ व्यापारियों ने मेरे पास एक थाने के अधिकारियों पर अनुचित दबाव डालने की शिकायत की। मैंने जांच कराई और आरोप सही पाए जाने पर अधिकारी पर कार्रवाई के निर्देश दिए।
अग्रवाल समाज के कार्यक्रम में अपने संबोधन में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने अग्रसेन जयंती की बधाई देते हुए कहा कि आज आपके साथ सुखदुख साझा करने आया हूँ।
अग्रसेन महाराज के योगदान की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि वे व्यापार और निर्माण पर जोर देते थे। कुरुक्षेत्र के युद्ध में पांडवों के भंडार की देखरेख का जिम्मा आपके पूर्वजों का था। गांधी जी भी आपके समाज से थे, उन्होंने पूरा जीवन सत्य और अहिंसा से बिताया। आप निर्भय व्यापार करें। आपको सत्य मार्ग में विचलित करने के लिए कोई भी आगे आएगा तो उस पर कार्रवाई करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरे पास व्यापारिक समुदाय के लोग आए। उन्होंने पूछा कि सभी वर्गों के लिए कुछ किया। हमारे लिए आपका योगदान क्या है। मैंने कहा कि गांव में किसान के पास पैसा आता है तो यह बाजार में आता है। किसान खेत में निवेश करता है तो बाजार में आता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि समय समय पर किसानों को मिलने वाली किश्त बाजार में आती है और अन्ततः आप भी समृद्ध होते हैं।
दीपावली को देखते हुए हमने निश्चय किया कि 15 अक्टूबर को हम किश्त दे देंगे ताकि किसानों की भी दीवाली अच्छी हो और व्यापारियों की भी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोग मुझसे कहते हैं कि आप भी बनिया ही हो। गोबर को भी काम की चीज बना दिया और उससे भी पैसा बाजार में आ गया।
कोरोना काल में अग्रवाल समाज द्वारा किये गए कार्यों की प्रशंसा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कार्य से समाज के बड़े वर्ग को लाभ पहुंचा।
अपने संबोधन में विधायक श्री देवेंद्र यादव ने कहा कि भिलाई में समाज सेवा में अग्रवाल समाज की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण रही है। मैंने अग्रवाल समाज से समन्वय सीखा है।
इस मौके पर अपने संबोधन में महापौर श्री नीरज पाल ने कहा कि कोविड काल में अग्रवाल समाज ने जिस तरह से भिलाई शहर में सेवा की, वो प्रशंसनीय है।
इस मौके पर विधायक श्री अरुण वोरा, पूर्व विधायक श्री प्रदीप चौबे, अंत्यावसायी निगम की उपाध्यक्ष श्रीमती नीता लोधी एवं समाज के गणमान्य नागरिक मौजूद थे।
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